Zero Budget Natural Farming(ZBNF): दोस्तों आज के समय मे विश्व मे सबसे बड़ी समस्या जो दिखाई दे रही है वह है तेजी से बदती जनसंख्या इसके चलते भोजन के उत्पादन को बड़ाने कि जरूरत पड़ी ओर इसी जरूरत को पूरा करने के लिए केमिकल आधारित उत्पादों का उपयोग खेती मे किया जाने लगा परंतु बीते कुछ सालों मे यह रिसर्च मे आया कि इन केमिकल के उपयोग से अनाज कि गुणवत्ता कम हों रही है साथ ही पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान हों रहा है इन्ही सभी समस्याओं के निदान के रूप मे Zero Budget Natural Farming(ZBNF) को प्रस्तुत किया गया है यह पूर्णतः भारतीय वेदिक पद्धति पर आधारित खेती करने कि विधि है तो आज हम आपको इसके बारे मे अपने लेख मे पूरी जानकारी देने का प्रयास करने जा रहे है कृपया लेख को अंत तक पड़ें ओर अधिक से अधिक किसान भाइयों तक शेयर करें ।
![Zero Budget Natural Farming(ZBNF) योजना मे सरकार किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए दे रही कई तरह कि सब्सिडी,यहाँ जाने कैसे मिलेगा इसका फायदा । Zero Budget Natural Farming](https://sp-ao.shortpixel.ai/client/to_auto,q_lossy,ret_img,w_1024,h_536/https://schemesworld.com/wp-content/uploads/2024/04/Snehasanthwanam-3-min-1024x536.png)
Zero Budget Natural Farming(ZBNF) का उद्देश्य :-
शून्य बजट प्राकृतिक खेती देशी गायों द्वारा उत्पादित गौ-उत्पादों (गोमूत्र, गोबर) पर आधारित प्राकृतिक खेती है। सभी कृषि आदान किसान अपने खेत से ही तैयार करते हैं, कोई भी आदान बाजार से नहीं खरीदा जाता। इसलिए उसे सीधे तौर पर कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ता है. जिसके कारण इसे शून्य बजट आधारित खेती कहा जाता है। वर्तमान समय में रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और सिंचाई के अंधाधुंध प्रयोग को कम करना है। कृषि की लागत कम करना, कृषि उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार करना और प्रति एकड़ उत्पादन बढ़ाना। बीजों के उपचार के लिए बीजामृत तथा पोषण के लिए द्रवजीवामृत तथा घनजीवामृत आदि का उपयोग। कीड़ों की रोकथाम के लिए नीमास्त्र, ब्रह्रास्त्र एवं एग्नेस्ट्रा का प्रयोग करें।
इसके उद्देश्य इस प्रकार है
- पर्यावरण-संरक्षित एवं जलवायु-सहिष्णु प्राकृतिक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना ताकि भूमि की उर्वरता शक्ति को बढ़ाया जा सके।
- कम सिंचाई, टिकाऊ एवं एकीकृत जैविक तरीकों से खेती की लागत कम करना ताकि किसानों को प्रति इकाई क्षेत्र से अधिक आय प्राप्त हो सके।
- मानव स्वास्थ्य और कल्याण के लिए रसायन मुक्त और पौष्टिक भोजन का उत्पादन।
- जैव विविधता एवं पर्यावरण की रक्षा करना।
- किसानों को क्लस्टर/समूहों के रूप में विकसित कर उत्पादन, प्रसंस्करण एवं प्रगति के लिए सशक्त बनाना।
- विपणन के लिए एवं राष्ट्रीय बाजार से सीधे जुड़कर किसानों को उद्यमी बनाना।
Zero Budget Natural Farming(ZBNF) से फ़ायदे/लाभ :-
Zero Budget Natural Farming(ZBNF) पद्धति है जो पूर्णतः प्राकृतिक है राजस्थान सरकार ने इसे एक योजना के रूप मे प्रदेश मे उतारा है इस लिए योजना के आधार पर इसके निम्नलिखित फ़ायदे सरकार कि तरफ से मिलने वाले है ।
- किसानों को खेती का सामान खरीदने के लिए 50% की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- 200 लीटर का एक बड़ा ड्रम, 50 लीटर क्षमता का एक छोटा ड्रम, 20 लीटर क्षमता की एक बाल्टी, एक जग, फिल्टर, पानी का स्प्रे, स्प्रेयर, ट्राइकोडर्मा, गो-मूत्र, गोबर, आदि सामग्री और जैविक गीली घास सामग्री जैसे पत्तियां वृक्ष, खरपतवार बिस्तर, बाजरा-ज्वार आदि की पत्तियां, मूंगफली के छिलके तथा खेत में पंक्तियों के बीच नमी संरक्षण हेतु उपलब्ध अन्य अपशिष्ट पदार्थ की कुल लागत का 50% अथवा अधिकतम 600/- रूपये प्रति किसान डीबीटी द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जाएगी।
- प्रशिक्षण एवं इसके संबंध मे किसानों को अलग अलग जगह कि यात्रा करा कर अच्छे से काम कर रहे किसानों के खेत बागान आदि भी दिखाए जाते है ।
- ग्राम पंचायत के स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाता है ।
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Zero Budget Natural Farming(ZBNF) योजना के योग्यता :-
- योजना के लिए ऐसे इच्छुक किसानों का चयन किया जाना चाहिए जिनकी प्राकृतिक खेती में विशेष रुचि हो। प्रत्येक किसान के पास न्यूनतम एक एकड़ भूमि का स्वामित्व या पारिवारिक खाताधारक होना चाहिए।
- इच्छुक किसान जहाँ तक संभव हो एक ही गाँव, पड़ोसी गाँव या अलग-अलग गाँव से हो सकते हैं।
- इच्छुक किसानों का चयन क्षेत्रीय सहायक कृषि अधिकारी/कृषि पर्यवेक्षक द्वारा किया जायेगा।
- प्राकृतिक खेती में बागवानी फसलों और पशुपालन को भी शामिल किया जाना चाहिए।
- किसानों के चयन के लिए यथासंभव एससी, एसटी, बीपीएल, लघु एवं सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जाए। प्राकृतिक खेती के लिए 35 वर्ष तक के युवाओं को शामिल किया जाना चाहिए ताकि उनकी क्षमता बढ़ सके।
- प्राकृतिक खेती के लिए इनपुट यूनिट स्थापित करने के लिए संबंधित किसान को ड्रम, बाल्टी, जग आदि आवश्यक सामग्री अनुदान पर दी जाएगी।
- परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत चयनित किसानों को इस योजना में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।
Zero Budget Natural Farming(ZBNF) मे आवेदन कि प्रक्रिया :-
- Zero Budget Natural Farming(ZBNF) योजना का लाभ पाने के लिए आवेदक किसानों को अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय या कृषि विज्ञान केंद्र में जाना होगा।
- इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करें।
- फॉर्म में पूछी गई सभी जरूरी जानकारी ध्यानपूर्वक दर्ज करें।
- आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- आवेदन पत्र उसी कृषि विभाग में जमा करें
Zero Budget Natural Farming(ZBNF) मे आवेदन के लिए दस्तावेज/डॉक्युमेंट्स :-
- आधार कार्ड
- बैंक पाससबूक
- जमीन के मालिक होने का प्रमाण
Zero Budget Natural Farming(ZBNF) का सारांश(Conclusion):-
Zero Budget Natural Farming(ZBNF) एक प्राकृतिक पद्धति है जिसके जनक पद्मश्री श्री सुभाष पालेकर जी है अनेक वर्षों कि रिसर्च के बाद उन्होंने इसे विकसित किया है इसमे देसी गाय का उपयोग पूरी खेती के लिए किया जाता है अन्य कोई भी केमिकल उपयोग मे नहीं लाया जाता । देश के कई प्रदेशों कि सरकारों ने इस पद्धति को अपने प्रदेशों मे योजना के रूप मे शुरू कर दिया है
सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्न(FAQs):-
Zero Budget Natural Farming क्या है ?
राजस्थान राज्य सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 2020-21 में “जीरो बजट प्राकृतिक खेती” योजना शुरू की।
योजना के तहत क्या लाभ हैं?
खेती के उपकरण और प्रशिक्षण खरीदने के लिए सब्सिडी।
योजना का लाभ किसे मिल सकता है?
योजना के लिए ऐसे इच्छुक किसानों का चयन किया जाना चाहिए जिनकी प्राकृतिक खेती में विशेष रुचि हो।